Sunday, July 30, 2023

 अंतर्राष्ट्रीय बाघ दिवस (ITD)

⬧ प्रतिवर्ष 29 जुलाई को धारीदार बिल्ली के संरक्षण को बढ़ावा देने एवं उसके प्राकृतिक आवासों की रक्षा के लिए वैश्विक प्रणाली की वकालत करने हेतु अंतर्राष्ट्रीय बाघ दिवस (ITD) के रूप में मनाया जाता है।

⬧  ITD की स्थापना वर्ष 2010 में रूस में आयोजित सेंट पीटर्सबर्ग टाइगर समिट में जंगली बाघों की संख्या में गिरावट के बारे में जागरूकता बढ़ाने, उन्हें विलुप्त होने से बचाने और बाघ संरक्षण के कार्य को प्रोत्साहित करने के लिए की गई थी।

⬧ पैंथेरा टाइग्रिस साइबेरियाई समशीतोष्ण जंगलों से लेकर भारतीय उपमहाद्वीप और सुमात्रा पर उपोष्णकटिबंधीय एवं उष्णकटिबंधीय जंगलों तक पाया जाता है।

⬧ अंतर्राष्ट्रीय प्रकृति संरक्षण संघ (IUCN) के नवीनतम आँकड़ों के अनुसार, वर्तमान में दुनिया भर के जंगलों में बाघों की संख्या 3,726 से बढ़कर 5,578 हो गई है।

⬧ भारत, नेपाल, भूटान, रूस और चीन में बाघों की आबादी स्थिर या बढ़ रही है। भारत वैश्विक बाघों की आबादी का 70% से अधिक का आवास है।

⬧ भारत ने बाघ संरक्षण पर सेंट पीटर्सबर्ग घोषणा के लक्षित वर्ष 2022 से 4 साल पहले वर्ष 2018 में ही बाघों की आबादी को दुगुना करने का लक्ष्य हासिल किया।

⬧ बाघ एक अनूठा जानवर है जो किसी स्वास्थ्य पारिस्थितिकी तंत्र और उसकी विविधता में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाता है।

⬧ यह खाद्य शृंखला में उच्च उपभोक्ता है जो खाद्य शृंखला में शीर्ष पर है और जंगली (मुख्य रूप से बड़े स्तनपायी) आबादी को नियंत्रण में रखता है।

⬧ इस प्रकार बाघ शिकार द्वारा शाकाहारी जंतुओं और उस वनस्पति के मध्य संतुलन बनाए रखने में मदद करता है जिस पर वे भोजन के लिए निर्भर होते हैं।

⬧ प्रोजेक्ट टाइगर 1973: यह वर्ष 1973 में शुरू की गई पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय (MoEFCC) की एक केंद्र प्रायोजित योजना है। यह देश के राष्ट्रीय उद्यानों में बाघों को आश्रय प्रदान करता है।

⬧ राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण: यह MoEFCC के अंतर्गत एक वैधानिक निकाय है और इसको वर्ष 2005 में टाइगर टास्क फोर्स की सिफारिशों के बाद स्थापित किया गया था।

Friday, July 28, 2023

 World Hepatisis Day


❖  World Hepatitis Day is observed every year on 28 July.
❖  The theme for Hepatitis Day 2023 is 'One Life, One Liver'.
❖  Hepatitis is an inflammation of the liver, usually caused by a viral infection.
❖  There are five main types of hepatitis virus, called types A, B, C, D, and E.
❖  An estimated 354 million people worldwide are infected with hepatitis B or C, and for most of them, testing and treatment are inaccessible.
❖  A WHO study found that an estimated 4.5 million premature deaths could be prevented in low- and middle-income countries by 2030 through vaccination, diagnostic tests, medicines and education campaigns.
❖  The WHO Global Hepatitis Strategy, which is endorsed by all WHO member states.
❖  Between 2016 and 2030, new hepatitis infections are to be reduced by 90% and deaths by 65%.
❖  The National Viral Hepatitis Control Program was implemented in July, 2018 under the National Health Mission by the Ministry of Health and Family Welfare.
❖  This program is also in line with our global commitment towards achieving Sustainable Development Goal (SDG) 3.3.
❖  India has ratified this commitment in the 69th World Health Assembly.

 World Nature Conservation Day


❖  World Nature Conservation Day is observed across the world on 28 July to raise awareness about the protection of natural resources.
❖  World Nature Conservation Day This day started with the efforts of the International Union for Conservation of Nature (IUCN).
❖  The theme for World Nature Conservation Day 2023 is 'Forests and Livelihoods: Sustaining People and Planet'.
❖  Nature is facing huge problems like deforestation and illegal wildlife trade.
❖  Everyone should promote eco-friendly activities in their daily life to live a green lifestyle.
❖  Swachh Bharat Abhiyan, Project Tiger, Mangroves for Future (MFF) are some of the initiatives that India has taken to conserve nature.

Thursday, July 27, 2023

 डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम


★  डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम का जन्म 15 अक्टूबर, 1931 को तमिलनाडु के रामेश्वरम में हुआ था।
★  उन्होंने वर्ष 2002 से वर्ष 2007 तक भारत के 11वें राष्ट्रपति के रूप में कार्य किया।
★  कलाम सुविख्यात एयरोस्पेस वैज्ञानिक एवं एक महान शिक्षक भी थे, जिन्होंने रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (DRDO) तथा भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) के साथ काम किया।
★  डॉ. कलाम वर्ष 1962 में ‘भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन’ से जुड़े और वहाँ उन्हें प्रोजेक्ट डायरेक्टर के तौर पर भारत का पहला स्वदेशी उपग्रह (SLV- lll) प्रक्षेपास्त्र बनाने का श्रेय प्राप्त हुआ।
★  अब्दुल कलाम भारत के ‘मिसाइल कार्यक्रम के जनक’ माने जाते हैं इसलिए इन्हें ‘मिसाइल मैन’ के नाम से भी जाना जाता है, वे ‘आम जनमानस के राष्ट्रपति’ के तौर पर प्रसिद्ध हुए।
★  डॉ. कलाम ने अपने ‘सादा जीवन, उच्च विचार’ के दर्शन से भारत समेत दुनिया भर के लाखों युवाओं को प्रेरित किया है।
★  संयुक्त राष्ट्र (UN) ने डॉ. कलाम के जन्म दिवस को चिह्नित करते हुए वर्ष 2010 में 15 अक्टूबर को विश्व छात्र दिवस के रूप में नामित किया था।
★  डॉ. कलाम को भारत एवं विदेशों के 48 विश्वविद्यालयों और संस्थानों द्वारा डॉक्टरेट की मानद उपाधि से सम्मानित किया गया था।
★  उन्होंने वर्ष 1992 से वर्ष 1999 तक प्रधानमंत्री के मुख्य वैज्ञानिक सलाहकार के रूप में भी कार्य किया।
★  डॉ. कलाम को वर्ष 1981 में पद्मभूषण, वर्ष 1990 में पद्मविभूषण और वर्ष 1997 में ‘भारत रत्न’ से सम्मानित किया गया।
★  डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम का निधन 27 जुलाई, 2015 को हुआ था।

 केंद्रीय रिज़र्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) स्थापना दिवस


★  प्रतिवर्ष 27 जुलाई को केंद्रीय रिज़र्व पुलिस बल स्थापना दिवस मनाया जाता है।
★  केंद्रीय रिज़र्व पुलिस बल 27 जुलाई, 1939 को क्राउन रिप्रेजेन्टेटिव के पुलिस के रूप में अस्तित्व में आया था।
★  28 दिसंबर, 1949 को सीआरपीएफ अधिनियम के लागू होने पर केंद्रीय रिज़र्व पुलिस बल बन गया।
★  आंतरिक सुरक्षा के लिए केंद्रीय रिज़र्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) भारत संघ का प्रमुख केंद्रीय पुलिस बल है।
★  यह बल 246 बटालियनों के गठन से बना हुआ एक बड़ा संगठन है।
★  केन्द्रीय रिज़र्व पुलिस बल का ध्येय है कि वह संविधान को सर्वोपरि बनाए रखते हुए, प्रभावशाली एवं दक्षतापूर्ण तरीके से विधि- व्यवस्था, लोक व्यवस्था एवं आन्तरिक सुरक्षा को कायम रखने में सरकार को समर्थ बनाए, ताकि राष्ट्रीय-अखण्डता अक्षुण्ण बनी रहे और सामाजिक-सौहार्द तथा विकास का मार्ग प्रशस्त हो।
★  भारत संघ में रियासतों के एकीकरण के दौरान बल ने एक महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाई। जूनागढ़ की विद्रोही रियासत और     गुजरात में कठियावाड़ की छोटी रियासत, जिसने भारतीय संघ में शामिल होने के लिए मना कर दिया था, को अनुशासित करने में इस बल ने केंद्र सरकार की मदद की।
★  वर्ष 1962 के चीनी आक्रमण के दौरान एक बार फिर बल ने अरुणाचल प्रदेश में भारतीय सेना को सहायता प्रदान की। इस आक्रमण के दौरान सीआरपीएफ के 8 जवान शहीद हुए। पश्चिमी और पूर्वी दोनों सीमाओं पर 1965 और 1971 में भारत-पाक युद्ध में भी बल ने भारतीय सेना के साथ कंधे से कंधा मिलाकर संघर्ष किया था।

Wednesday, July 26, 2023

 कारगिल विजय दिवस

 
❖  भारतीय सैनिकों के गौरव और वीरता को समर्पित कारगिल विजय दिवस हर साल 26 जुलाई को मनाया जाता है।
❖  वर्ष 1999 के शुरुआती महीनों में भारतीय इलाके की नियंत्रण सीमा रेखा के कई ठिकानों, जैसे- द्रास, मारकोह, काकसर और यतालिक पर अपने आप को मुजाहिद्दीन बताने वालों ने कब्जा कर लिया था।
❖  पाकिस्तानी सेना की इसमें मिलीभगत भाँप कर भारतीय सेना इस कब्जे के खिलाफ़ हरकत में आयी। इससे दोनों देशों के बीच संघर्ष छिड़ गया। इसे 'कारगिल की लड़ाई' के नाम से जाना जाता है।
❖  भारतीय सेना ने  ‘ऑपरेशन विजय’ की शुरुआत करके इसका जवाब दिया। वर्ष 1999 के मई-जून में यह लड़ाई जारी रही।
❖  26 जुलाई, 1999 तक भारत अपने अधिकतर ठिकानों पर पुनः अधिकार कर चुका था।
❖  टाइगर हिल की जीत 60 दिनों तक चले संघर्ष में महत्त्वपूर्ण उपलब्धियों में से एक थी। भारतीय सैनिकों ने 18 हजार फीट की ऊँचाई पर, कठिन परिस्थितियों में, दुर्गम इलाके में कारगिल युद्ध लड़ा।
❖  मिराज 2000 विमान ने लगभग तीन महीने तक चले संघर्ष के दौरान कारगिल की बर्फीली ऊँचाइयों पर लड़ी गई लड़ाई में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाई और टाइगर हिल में बंकरों में दुश्मन के ठिकानों पर भी हमला किया।
❖  पूर्व एयर वाइस मार्शल मनमोहन बहादुर ने कहा कि, “कारगिल युद्ध के दौरान मिराज 2000 विमान के साथ लाइटनिंग टारगेटिंग पॉड और लेजर-गाइडेड बम सिस्टम का एकीकरण 12 दिनों के रिकॉर्ड समय में किया गया था, जिसने दुश्मन के ठिकानों पर कहर बरपाया था।“

Tuesday, July 25, 2023

DAY IN HISTORY 25th July 2023

1. World Embryologists Day

2. Thread and Needle Day

3. Jim Carbet Birth Anniversary -1875 a legendary Hunter

4. Sathyanarayana Birthday-1935 Actor. 

THOUGHT OF THE DAY

GOOD THOUGHT TO BEGIN A GOOD DAY:


Let's not dream of heaven, let's not have fear of hell, who knows what is right or wrong, who knows what is sin. We should only be conscious enough not to hurt others because of our selfish deeds. All else will be taken care of by the Almighty if we strongly believe in him.

Sunday, July 23, 2023

 चंद्रशेखर आज़ाद


⬧ अलीराजपुर रियासत में चंद्रशेखर आज़ाद के नाम से मशहूर चंद्रशेखर तिवारी का जन्म 23 जुलाई, 1906 को भाबरा की बस्ती में हुआ था।
⬧ चंद्रशेखर 15 वर्ष की आयु में दिसंबर, 1921 में असहयोग आंदोलन में शामिल हुए थे जिसके कारण उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया।
⬧ मजिस्ट्रेट के सामने पेश होने पर उन्होंने अपना नाम ‘आज़ाद’ (द फ्री) तथा अपने पिता का नाम ‘स्वतंत्रता’ और अपना निवास स्थान ‘जेल’ बताया था तथा इस घटना के उपरांत उन्हें चंद्रशेखर ‘आज़ाद’ के नाम से जाना जाने लगा।
⬧ गाँधीजी द्वारा वर्ष 1922 में असहयोग आंदोलन के निलंबन के बाद आज़ाद हिंदुस्तान रिपब्लिकन एसोसिएशन (Hindustan Republican Association- HRA) में शामिल हो गए।
⬧ HRA भारत का एक क्रांतिकारी संगठन था, जिसकी स्थापना वर्ष 1924 में पूर्वी बंगाल में शचींद्र नाथ सान्याल, नरेंद्र मोहन सेन और प्रतुल गांगुली ने अनुशीलन समिति की शाखा के रूप में की थी तथा भगत सिंह, चंद्रशेखर आज़ाद, सुखदेव, राम प्रसाद बिस्मिल, रोशन सिंह, अशफाक उल्लाह खान, राजेंद्र लाहिड़ी इत्यादि भी इसके सदस्य बने।
⬧ क्रांतिकारी गतिविधियों के लिए अधिकांश धन संग्रह सरकारी संपत्ति की लूट के माध्यम से किया जाता था। उसी के अनुरूप 9 अगस्त, 1925 में HRA द्वारा काकोरी (लखनऊ) के पास काकोरी ट्रेन डकैती (काकोरी ट्रेन एक्शन) की गई थी।
⬧ चंद्रशेखर आज़ाद, राम प्रसाद बिस्मिल, अशफ़ाक उल्लाह खान, राजेंद्र लाहिड़ी और मन्मथनाथ गुप्ता ने इस योजना को अंजाम दिया था।
⬧ कालांतर में HRA ‘हिंदुस्तान सोशलिस्ट रिपब्लिकन एसोसिएशन’ (HSRA) के रूप में पुनर्गठित किया गया था।
⬧ इसकी स्थापना 1928 में नई दिल्ली के फिरोज़ शाह कोटला में चंद्रशेखर आज़ाद, अशफ़ाक उल्लाह खान, भगत सिंह, सुखदेव थापर और जोगेश चंद्र चटर्जी ने की थी।
⬧ HSRA ने लाला लाजपत राय की हत्या का बदला लेने के लिए वर्ष 1928 में लाहौर में एक ब्रिटिश पुलिसकर्मी जे.पी. साण्डर्स की हत्या की योजना बनाई।
⬧ आज़ाद ने 27 फरवरी, 1931 को इलाहाबाद के अल्फ्रेड पार्क (अब आज़ाद पार्क के रूप में जाना जाता है) में एक अन्य क्रांतिकारी के साथ बैठक की। पार्क में पहुँचते ही पुलिस ने उन्हें घेर लिया तथा इसके बाद हुई गोलाबारी के दौरान दो पुलिस अधिकारी घायल हो गए और कहा जाता है कि चंद्र शेखर आज़ाद ने अपने हथियार से आखिरी गोली खुद के सिर में मार ली थी।

 बाल गंगाधर तिलक


⬧ बाल गंगाधर तिलक का जन्म 23 जुलाई, 1856 को महाराष्ट्र के रत्नागिरी में हुआ था।
⬧ तिलक के पिता गंगाधर रामचन्द्र तिलक संस्कृत के विद्वान थे।
⬧ उन्होंने अपनी अधिकांश शिक्षा पुणे में प्राप्त की थी। मैट्रिक के पश्चात् उन्होंने पुणे के दक्कन कॉलेज में प्रवेश लिया। गणित को मुख्य विषय के रूप में लेकर उन्होंने बी. ए. की परीक्षा में प्रथम श्रेणी प्राप्त की और 1879 में कानून की डिग्री प्राप्त की।
⬧ वह हिंदू धर्मग्रंथों के अच्छे ज्ञाता थे तथा राजनीति और तत्त्व मीमांसा संबंधी पश्चिमी विचारों से भी काफी प्रभावित थे। उन्हें विशेष रूप से वॉल्टेयर, रूसो, हेगेल, कान्ट, स्पेन्सर, मिल और बेन्थम प्रिय थे।
⬧ उन्होंने अपने तीन मित्रों - जी. जी. अगरकर, एम. ए. चिपलुणकर और महादेव बी. नामजोशी के साथ मिलकर 1880 में पुणे में न्यू इंग्लिश स्कूल की स्थापना की और बाद में वर्ष 1884 और 1885 में पुणे में क्रमशः दक्कन एजुकेशन सोसायटी और फ‌र्ग्यूसन कॉलेज की स्थापना की।
⬧ उन्होंने शिक्षा के क्षेत्र में कार्य करते हुए 1881 में अंग्रेजी साप्ताहिक पत्रिका 'मराठा' और मराठी साप्ताहिक पत्रिका 'केसरी' नामक दो पत्रिकाएँ शुरू कर जनता को शिक्षित करने का कार्य किया।
⬧ वर्ष 1900 से 1908 तक का समय भारत में क्रांतिकारी राष्ट्रवाद के जन्म का समय था। बिपिन चन्द्र पाल और लाला लाजपत राय के साथ लोकमान्य तिलक, जिनकी तीक्ष्ण राजनीतिक दूरदृष्टि थी, हमारे राष्ट्रीय आकाश में उभरते सितारों के रूप में सामने आए।
⬧ वर्ष 1908 में राजद्रोह के आरोप में उन्हें गिरफ्तार कर छह वर्ष के लिए बर्मा की मांडले जेल में कैद कर दिया गया। मांडले जेल में उन्होंने एक विशद दार्शनिक पुस्तक 'गीता रहस्य' लिखी जिसमें भगवद् गीता का संदेश और जीवन की उनकी अपनी व्याख्या शामिल है।
⬧ 1914 में मांडले जेल से रिहा होने के बाद तिलक होम रूल आंदोलन से जुड़ गए। एनी बेसेंट के साथ तिलक ने संयुक्त रूप से जो आंदोलन चलाया, वह उनकी जन-आधारित राजनीति का भाग था। 'होम रूल' का प्रचार करने के लिए उन्होंने एनी बेसेंट के साथ पूरे राष्ट्र का दौरा किया। 
⬧ उनके प्रसिद्ध नारे, "स्वराज मेरा जन्मसिद्ध अधिकार है और मैं इसे लेकर रहूँगा" ने भारत के स्वतंत्रता आंदोलन के दौरान लाखों लोगों को प्रेरित किया। तिलक एक महान विद्वान और दूरदृष्टा थे, जिन्हें राष्ट्र 'लोकमान्य' के रूप में जानता है।
⬧ तिलक का निधन 1 अगस्त, 1920 को हुआ था।

DAY IN HISTORY  23rd July 2023

1. Egypt Revolution Day-1952

2. Balagangadhar Tilak Birth Anniversary-1856

3. Chandrashekar Azaad Birth Anniversary-1906 Freedom Fighter

4. Saravanan Birthday-1975 Actor

5. Suriya Birthday-1975 Actor

THOUGHT OF THE DAY 

GOOD THOUGHT TO BEGIN A GOOD DAY:

Wealth of foolish people is more dangerous than poverty of scholars and wise people. Foolish people neither they value the labour nor have willingness to put in the labour and  have no wisdom to spend judiciously proves fatal to themselves as well as others.

Saturday, July 22, 2023

 राष्ट्रीय ध्वज अंगीकरण दिवस


⬧ प्रतिवर्ष 22 जुलाई को राष्ट्रीय ध्वज अंगीकरण दिवस मनाया जाता है।
⬧ विश्व के प्रत्येक स्वतंत्र राष्ट्र का अपना ध्वज होता है। यह एक आज़ाद देश का प्रतीक है।
⬧ 22 जुलाई, 1947 को आयोजित संविधान सभा की बैठक के दौरान भारत के राष्ट्रीय ध्वज को इसके वर्तमान स्वरूप में अपनाया गया था। यह भारत के डोमिनियन के राष्ट्रीय ध्वज के रूप में कार्य करता था।
⬧ भारत में, ‘तिरंगा’ शब्द का तात्पर्य भारतीय राष्ट्रीय ध्वज से है।
⬧ भारत का राष्ट्रीय ध्वज एक क्षैतिज तिरंगा है जिसमें सबसे ऊपर गहरा केसरिया (केसरी), बीच में सफेद और नीचे गहरा हरा रंग समान अनुपात में है।
⬧ झंडे की चौड़ाई और उसकी लंबाई का अनुपात दो से तीन है। सफेद पट्टी के मध्य में एक गहरे नीले रंग का चक्र है जो चक्र का प्रतिनिधित्व करता है। इसका डिज़ाइन उस पहिये जैसा है जो अशोक के सारनाथ सिंह स्तंभ के अबेकस पर दिखाई देता है। इसका व्यास सफेद पट्टी की चौड़ाई के बराबर है और इसमें 24 तीलियाँ हैं।
⬧ भारत के राष्ट्रीय ध्वज में सबसे ऊपर की पट्टी केसरिया रंग की है, जो देश की शक्ति और साहस को दर्शाती है। सफेद मध्य पट्टी धर्म चक्र के साथ शांति और सत्य को इंगित करती है। अंतिम पट्टी हरे रंग की है जो भूमि की उर्वरता, वृद्धि और शुभता को दर्शाती है।
⬧ यह धर्म चक्र तीसरी शताब्दी ईसा पूर्व मौर्य सम्राट अशोक द्वारा बनाई गई सारनाथ सिंह स्तम्भ राजधानी में "कानून के पहिये" को दर्शाता है। चक्र का उद्देश्य यह दिखाना है कि गति में जीवन है और स्थिरता में मृत्यु है।
⬧ 26 जनवरी, 2002 को, भारतीय ध्वज संहिता को संशोधित किया गया और स्वतंत्रता के कई वर्षों के बाद, भारत के नागरिकों को अंततः अपने घरों, कार्यालयों और कारखानों पर किसी भी दिन, न कि केवल राष्ट्रीय दिवसों पर, जैसा कि पहले होता था, भारतीय ध्वज फहराने की अनुमति दी गई।
⬧ ध्वज के प्रति सम्मान को प्रेरित करने के लिए राष्ट्रीय ध्वज को शैक्षणिक संस्थानों (स्कूलों, कॉलेजों, खेल शिविरों, स्काउट शिविरों आदि) में फहराया जा सकता है। स्कूलों में ध्वजारोहण में निष्ठा की शपथ को शामिल किया गया है।
⬧ सार्वजनिक, निजी संगठन या शैक्षणिक संस्थान का कोई सदस्य राष्ट्रीय ध्वज की गरिमा और सम्मान के अनुरूप सभी दिनों और अवसरों पर, औपचारिक या अन्यथा राष्ट्रीय ध्वज फहरा/प्रदर्शित कर सकता है।

        Day in History   22nd July 

1. National Mango Day

2. Chandrayana-2 launching Date

3. Pi approximation Day

4. Hammock Day

5. Spooner's Day (Spoonerism)

6. Dasharathi Birth Anniversary 1925 Telugu Writer

7. Anantakumar Birth Anniversary-1959 Politician

8. Mukesh Birth Anniversary-1923 Singer

9. S P Sailaja Birthday 1953- Singer

10. Vishweshwar Bhatt Birthday-1966 Writer, Editor


THOUGHT OF THE DAY

GOOD THOUGHT TO BEGIN A GOOD DAY:


If opportunity is denied to fight for expression of opinions, there would be no opinions in life at all, if opinions are formed with an evil intention only to hurt the people, such society will lose all the humanity and end up in great disasters. 

Have Scintillating SATURDAY


Friday, July 21, 2023

 नित्यानंद कानूनगो


⬧ पूर्व केंद्रीय मंत्री और गुजरात एवं बिहार के पूर्व राज्यपाल नित्यानंद कानूनगो का जन्म 4 मई, 1900 को कटक, ओडिशा में हुआ था।
⬧ उनकी शिक्षा रेनशॉ कॉलेज और यूनिवर्सिटी कॉलेज (कलकत्ता) में हुई।
⬧ रेनशॉ कॉलेज में वे हरेकृष्ण महताब, नवकृष्ण चौधरी, निकुंज किशोर दास और भागीरथी महापात्रा जैसे राष्ट्रवादी नेताओं के संपर्क में आए, जिन्होंने उन्हें स्वतंत्रता संग्राम में शामिल होने के लिए प्रेरित किया।
⬧ इन छात्रों ने प्रत्यक्ष रूप से विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों को करने के लिए 'भारती मंदिर' नामक एक संगठन का गठन किया, लेकिन यह राष्ट्र को आजाद करवाने के लिए एक राष्ट्रवादी संगठन की तरह काम कर रहा था।
⬧ वर्ष 1920 में अपनी कानून की डिग्री पूरी करने के बाद, वे सुभाष चंद्र बोस के पिता जानकीनाथ बोस के जूनियर के रूप में ओडिशा स्टेट बार काउंसिल में शामिल हुए।
⬧ वर्ष 1930 में नमक सत्याग्रह आंदोलन के दौरान, वे सत्याग्रहियों को उकसाने के लिए ब्रिटिश सरकार के निशाने पर थे, लेकिन सबूतों के अभाव में उन्हें गिरफ्तार नहीं किया जा सका।
⬧ ब्रिटिश सरकार कर का भुगतान न करने के लिए कटक में 'स्वराज आश्रम' को जब्त करने के लिए पूरी तरह से तैयार थी, तो नित्यानंद कानूनगो ने स्वयं कर का भुगतान किया, जिससे सत्याग्रहियों के साथ उनकी भागीदारी बढ़ा दी गई और उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया।
⬧ उनका बार लाइसेंस रद्द कर दिया गया और स्वतंत्रता संग्राम को बढ़ावा देने के लिए उन्हें छह महीने की जेल हुई। रिहाई के पश्चात् वे कांग्रेस और स्वतंत्रता संग्राम के समर्पित सदस्य बन गए।
⬧ वर्ष 1937 के चुनाव में वे ओडिशा विधानसभा के लिए भी चुने गए और मंत्री बने।
⬧ स्वतंत्रता के बाद वे वर्ष 1952 से लोकसभा के लिए चुने गए और तीन बार उद्योग, वाणिज्य और नागरिक उड्डयन मंत्रालय में कैबिनेट मंत्री रहे।
⬧ वे वर्ष 1952 से 1961 तक केंद्रीय संगीत नाटक अकादमी की कार्यसमिति के सदस्य भी रहे।
⬧ लंबी बीमारी के बाद 21 जुलाई, 1988 को उनका निधन हो गया।

 व्योमेश चंद्र बनर्जी


⬧ व्योमेश चंद्र बनर्जी का जन्म 29 दिसंबर, 1844 को हुआ था।
⬧ व्योमेश चंद्र बनर्जी ने इंग्लैंड में कानून की पढ़ाई के लिए सरकारी छात्रवृत्ति हासिल की तथा 1 जून, 1867 में उन्हें वहाँ की बार में बुलाया गया।
⬧ इंग्लैंड में उन्होंने लंदन इंडियन सोसायटी की स्थापना की और भारत में प्रतिनिधि तथा जिम्मेदार सरकार की हिमायत की।
⬧ वे 1868 में कलकत्ता लौट आए और कुछ ही वर्षों में उच्च न्यायालय में सबसे ख्याति प्राप्त बैरिस्टर बन गए।
⬧ 1883 में उन्होंने कलकत्ता उच्च न्यायालय में सुरेंद्रनाथ बनर्जी पर चल रहे अवमानना के मुकदमे में अदालत में उनका बचाव किया।
⬧ व्योमेश चंद्र बनर्जी ने 1885 में कांग्रेस के पहले अधिवेशन की अध्यक्षता की।
⬧ वह भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के सह-संस्थापक और पहले अध्यक्ष थे।
⬧ कलकत्ता में आयोजित 1886 के अधिवेशन में, दादाभाई नौरोजी की अध्यक्षता में, उन्होंने अपने काम के बेहतर समन्वय के लिए प्रत्येक प्रांत में कांग्रेस की स्थायी समितियों के गठन का प्रस्ताव रखा। इस अवसर पर उन्होंने कांग्रेस को अपनी गतिविधियों को केवल राजनीतिक मामलों तक ही सीमित रखनें तथा सामाजिक सुधारों के मुद्दों को अन्य संगठनों पर छोड़ देने की हिमायत की।
⬧ उन्होंने इलाहाबाद में 1892 के सत्र में फिर से भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की अध्यक्षता की।
⬧ व्योमेश चंद्र बनर्जी का निधन 21 जुलाई, 1906 को हुआ था।

Thursday, July 20, 2023

 न्यायमूर्ति अन्ना चांडी

⬧ न्यायमूर्ति अन्ना चांडी का जन्म 4 मई, 1905 को भारत के तत्कालीन त्रावणकोर राज्य (अब केरल) में एक मलयाली सीरियाई ईसाई परिवार में हुआ।
⬧  वे केरल राज्य की पहली महिला थीं, जिसने क़ानून की डिग्री प्राप्त की थी।
⬧  वर्ष 1956 में चांडी केरल के उच्च न्यायालय की न्यायाधीश बनीं, जो वर्ष 1965 में डेम एलिजाबेथ लेन के ब्रिटेन में उच्च न्यायालय की पहली महिला न्यायाधीश बनने से बहुत पहले न्यायाधीश बन गईं थी।
⬧ न्यायमूर्ति अन्ना चांडी भारत की पहली महिला न्यायाधीश थीं और उच्च न्यायालय की न्यायाधीश बनने वाली देश की पहली महिला थीं।
⬧ अन्ना चांडी को 'पहली पीढ़ी की नारीवादी' के रूप में भी जाना जाता है।
⬧ वे ‘श्रीमती’ नामक पत्रिका की संस्थापक और संपादक बनीं जिसमें उन्होंने महिलाओं के अधिकारों का समर्थन किया। यह मलयालम भाषा में पहली महिला पत्रिका थी।
⬧  सेवानिवृत्ति के बाद, उन्होंने भारत के विधि आयोग में कार्य किया तथा यहीं रहते हुए अपनी आत्मकथा भी लिखी।
⬧ वर्ष 1971 में मलयाला मनोरमा ने उनकी आत्मकथा को क्रमबद्ध किया, जिसे वर्ष 1973 में कार्मेल बुक्स द्वारा त्रिशूर में आत्मकथा शीर्षक के तहत प्रकाशित किया गया।
⬧  20 जुलाई, 1996 को उनका निधन हो गया।

 बटुकेश्वर दत्त


⬧ बटुकेश्वर दत्त का जन्म 18 नवंबर, 1910 को पश्चिम बंगाल के बर्धमान जिले में हुआ था।
⬧ उन्होंने थियोसोफ़िल हाई स्कूल में अध्ययन किया और पृथ्वीनाथ कॉलेज, कानपुर से स्नातक किया था।
⬧ बटुकेश्वर दत्त कॉलेज के दिनों में, शहीद भगत सिंह के संपर्क में आए और उनसे हिंदुस्तान सोशलिस्ट रिपब्लिकन एसोसिएशन में सम्मिलित होने के लिए प्रेरित हुए थे। वह ‘नौजवान भारत सभा’ के सदस्य भी थे।
⬧ बटुकेश्वर दत्त ने भगत सिंह के साथ मिलकर दिल्ली की केंद्रीय विधानसभा के खाली स्थान पर दो हस्तनिर्मित बम फेंके। उन्होंने “इंकलाब जिंदाबाद” के नारे लगाए और दर्शक दीर्घा से पर्चे बरसाए।
⬧ बम विस्फोट का उद्देश्य किसी को नुकसान पहुँचाना नहीं था, बल्कि अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर अंकुश लगाने, नागरिक स्वतंत्रता और श्रमिकों के अधिकारों को कम करने वाले दमनकारी विधेयकों के विरुद्ध शक्तिशाली विरोध का प्रदर्शन करना था। उनके अपने शब्दों में “यदि बधिरों को सुनाना है, तो आवाज बहुत तेज होनी चाहिए”।
⬧ इस प्रतिष्ठित जोड़ी को उसी दिन गिरफ़्तार कर लिया गया। उन्होंने बचने का कोई प्रयास नहीं किया क्योंकि वे चाहते थे कि उनकी आवाज सुनी जाए।
⬧ जेल में कैदियों के बेहतर जीवन स्तर के लिए दत्त ने भगत सिंह के साथ भूख हड़ताल की।
⬧ दत्त को आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई और उन्हें अंडमान सेलुलर जेल भेज दिया गया। अंडमान में, दत्त ने राजनीतिक कैदियों के अधिकारों के लिए लड़ाई लड़ी और अधिकारियों द्वारा किए गए अमानवीय व्यवहार के विरोध में भूख हड़तालों में भाग लिया। बाद में, दत्त को हज़ारीबाग जेल, दिल्ली जेल और पटना जेल में स्थानांतरित कर दिया गया था।
⬧ दत्त को 1938 में पटना जेल से रिहा किया गया।
⬧ उन्होंने 1942 में भारत छोड़ो आंदोलन में गाँधीजी का साथ दिया। उन्हें फ़िर से गिरफ़्तार कर लिया गया और चार साल के लिए कैद कर दिया गया।
⬧ आज़ादी के बाद, 1947 में जेल से रिहा होने के बाद वे पटना चले गए। दत्त ने इसके बाद सक्रिय राजनीतिक जीवन से संन्यास ले लिया लेकिन लेख लिखना जारी रखा।
⬧ दत्त का निधन 20 जुलाई, 1965 को दिल्ली में हुआ था।

 मंगल पाण्डे


⬧ सन् 1857 की क्रांति के प्रथम शहीद मंगल पाण्डे का जन्म 19 जुलाई, 1827 को सुरहरपुर (उत्तर प्रदेश) में हुआ था।
⬧ मंगल पाण्डे की माता अभयरानी व पिता श्री दिवाकर पाण्डे थे।
⬧ जब वह करीब दो वर्ष के थे तब एक संत ने मंगल की ललाट की रेखाएँ व जन्म के समय के ग्रहों की स्थिति देखकर भविष्यवाणी की थी कि बालक बलवान और साहसी होगा। इसके द्वारा किए गए कार्यों से यह इतिहास पुरुष बन जाएगा।
⬧ मंगल पाण्डे किसी कार्यवश सुरहरपुर से अकबरपुर आए हुए थे। उसी समय कम्पनी की सेना ग्रांड ट्रक रोड से होती हुई बनारस से लखनऊ जा रही थी। मंगल पाण्डे सेना का मार्च देखने के लिए कौतूहल सड़क के किनारे आकर खड़े हो गए। सैनिक अधिकारी द्वारा सेना में भर्ती हो जाने का आग्रह करने पर 10 मई, 1849 में इन्हें ईस्ट इंडिया कम्पनी की 34वीं रेजीमेंट, बैरकपुर छावनी में भर्ती कर लिया गया। यहीं से मंगल पाण्डे का सैनिक जीवन आरंभ हुआ। इस समय मंगल पाण्डे की आयु बाईस वर्ष थी।
⬧ सैनिक मंगल पाण्डे ने चर्बी लगे कारतूस के प्रयोग का विरोध किया तथा विद्रोह की शुरुआत कर दी। उसने सैन्य अधिकारी बॉग एवं ह्युसन को गोली मारकर हत्या कर दी।
⬧ 8 अप्रैल, 1857 को सैन्य अदालत के निर्णय के बाद मंगल पाण्डे को फाँसी की सजा दे दी गई।
⬧ मंगल पाण्डे को फाँसी देने के दो दिन बाद जमादार जिसने मंगल पाण्डे को कारतूसों में चर्बी होने की जानकारी दी उस पर 10 अप्रैल को मुकदमा चलाया और 20 अप्रैल को फाँसी दे दी।
⬧ अंग्रेज न्यायाधीश ने जब अंतिम अभिलाषा पूछी तो उन्होंने गरजते हुए कहा 'देश को मेरा खून देना तथा कहना कि तुम्हें सौगंध है अंग्रेज.....‘
⬧ मंगल पाण्डे अपना कथन पूरा करे, उससे पहले ही जल्लाद ने तख्ता हटा दिया। कर्नल मार्टिन ने फैजाबाद के सैनिक अधिकारी कर्नल इंट को पत्र लिखा, उसमें उल्लेख किया है कि जब मंगल पाण्डे को फाँसी दी गई है, तब से भारत की समस्त दैनिक छावनियों में जबर्दस्त विद्रोह प्रारंभ हो गया है।
⬧ मंगल पाण्डे के खानदान में जो भी मिला, उसे तोप के मुँह में भरकर अंग्रेजों ने उड़ा दिया। समस्त गाँव को नष्ट कर आग के हवाले कर दिया। फिर भी मंगल पाण्डे के कई निकट संबंधी बच गए, उनकी पत्नी विद्या व पुत्र कीर्ति ने सीरसी, जयपुर में शरण ली।

Friday, July 14, 2023

Class 6 admission form 2024

 

Class 6 Admission

JNVST 2024 information booklet


Study certificate JNVST 2024



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