Friday, September 30, 2022

भारत के प्रमुख ऐतिहसिक युद्ध

 भारत के प्रमुख ऐतिहसिक युद्ध


【01】 हाईडेस्पीज का युद्ध (Battle of the Hydaspes) समय : 326 ई.पू.
किसके बीच – सिकंदर और पंजाब के राजा पोरस के बीच हुआ, जिसमे सिकंदर की विजय हुई।

【02】 कलिंग की लड़ाई (Kalinga War) समय : 261 ई.पू.
किसके बीच – सम्राट अशोक ने कलिंग पर आक्रमण किया। युद्ध के रक्तपात को देखकर उसने युद्ध न करने की कसम खाई।

【03】 सिंध की लड़ाई (समय : 712 ई.)
किसके बीच – मोहम्मद कासिम ने अरबों की सत्ता स्थापित की।

【04】 तराईन का प्रथम युद्ध (Battles of Tarain) समय : 1191 ई.
किसके बीच – मोहम्मद गौरी और पृथ्वी राज चौहान के बीच हुआ, जिसमे चौहान की विजय हुई।

【05】 तराईन का द्वितीय युद्ध (2nd Battles of Tarain) समय : 1192 ई.
किसके बीच – मोहम्मद गौरी और पृथ्वी राज चौहान के बीच हुआ, जिसमे मोहम्मद गौरी की विजय हुई।

【06】 चंदावर का युद्ध (Battle of Chandawar) समय : 1194 ई.
किसके बीच – इसमें मुहम्मद गौरी ने कन्नौज के राजा जयचंद को हराया।

【07】 पानीपत का प्रथम युद्ध (First Battle of Panipat ) समय : 1526 ई.
किसके बीच – मुग़ल शासक बाबर और इब्राहीम लोधी के बीच।

【08】 खानवा का युद्ध (Battle of Khanwa) समय : 1527 ई.
किसके बीच – बाबर ने राणा सांगा को पराजित किया।

【09】 घाघरा का युद्ध (Battle of Ghagra) समय : 1529 ई.
किसके बीच – बाबर ने महमूद लोदी के नेतृत्व में अफगानों को हराया।

【10】चौसा का युद्ध (Battle of Chausal) समय : 1539 ई.
किसके बीच – शेरशाह सूरी ने हुमायु को हराया।

【11】कन्नौज /बिलग्राम का युद्ध (Battle of Kanauj or Billgram) समय : 1540 ई.
किसके बीच – एकबार फिर से शेरशाह सूरी ने हुमायूँ को हराया व भारत छोड़ने पर मजबूर किया।

【12】 पानीपत का द्वितीय युद्ध (Second Battle of Panipat) समय : 1556 ई.
किसके बीच – अकबर और हेमू के बीच।

【13】 तालीकोटा का युद्ध (Battle of Tallikota) समय : 1565 ई.
किसके बीच – इस युद्ध से विजयनगर साम्राज्य का अंत हो गय।

【14】 हल्दी घाटी का युद्ध (Battle of Haldighati) समय : 1576 ई.
किसके बीच – अकबर और राना प्रताप के बीच, इसमें राणा प्रताप की हार हुई।

【15】 प्लासी का युद्ध (Battle of Plassey) समय : 1757 ई.
किसके बीच – अंग्रेजो और सिराजुद्दौला के बीच, जिसमे अंग्रेजो की विजय हुई और भारत में अंग्रेजी शासन की नीव पड़ी।

【16】 वांडीवाश का युद्ध (Battle of Wandiwash) समय : 1760 ई.
किसके बीच – अंग्रेजो और फ्रांसीसियो के बीच, जिसमे फ्रांसीसियो की हार हुई।

【17】पानीपत का तृतीय युद्ध (Third Battle of Panipat) समय : 1761 ई.
किसके बीच – अहमदशाह अब्दाली और मराठो के बीच, जिसमे फ्रांसीसियों की हार हुई।

【18】 बक्सर का युद्ध (Battle of Buxar) समय : 1764 ई.
किसके बीच – अंग्रेजो और शुजाउद्दौला, मीर कासिम एवं शाह आलम द्वितीय की संयुक्त सेना के बीच, जिसमे अंग्रेजो की विजय हुई।

【19】 प्रथम मैसूर युद्ध (समय : 1767-69 ई.)
किसके बीच – हैदर अली और अंग्रेजो के बीच, जिसमे अंग्रेजो की हार हुई।

【20】 द्वितीय मैसूर युद्ध (समय : 1780-84 ई.)
किसके बीच – हैदर अली और अंग्रेजो के बीच, जो अनिर्णित छूटा।

【21】 तृतीय आंग्ल मैसूर युद्ध (समय : 1790 ई.)
किसके बीच – टीपू सुल्तान और अंग्रेजो के बीच लड़ाई संधि के द्वारा समाप्त हुई।

【22】 चतुर्थ आंग्ल मैसूर युद्ध (समय : 1799 ई.)
किसके बीच – टीपू सुल्तान और अंग्रेजो के बीच, टीपू की हार हुई और मैसूर शक्ति का पतन हुआ।

【23】 चिलियान वाला युद्ध (समय : 1849 ई.)
किसके बीच – ईस्ट इंडिया कंपनी और सिखों के बीच हुआ था जिसमे सिखों की हार हुई।

【24】 भारत चीन सीमा युद्ध (समय : 1962 ई.)
किसके बीच – चीनी सेना द्वारा भारत के सीमा क्षेत्रो पर आक्रमण। कुछ दिन तक युद्ध होने के बाद एकपक्षीय युद्ध विराम की घोषणा। भारत को अपनी सीमा के कुछ हिस्सों को छोड़ना पड़ा।

【25】 भारत पाक युद्ध (Indo-Pakistani War) समय : 1965 ई.
किसके बीच – भारत और पाकिस्तान के बीच युद्ध जिसमे पाकिस्तान की हार हुई। भारत पाकिस्तान के बीच शिमला समझौता हुआ।

【26】 भारत पाक युद्ध (Indo-Pakistani War) समय : 1971 ई.
किसके बीच – भारत और पाकिस्तान के बीच युद्ध जिसमे पाकिस्तान की हार हुई। फलस्वरूप बांग्लादेश एक स्वतन्त्र देश बना।

【27】 कारगिल युद्ध (Kargil War) समय : 1999 ई.
किसके बीच -  जम्मू एवं कश्मीर के द्रास और कारगिल क्षेत्रो में पाकिस्तानी घुसपैठियों को लेकर हुए युद्ध में पुनः पाकिस्तान को हार का सामना करना पड़ा और भारतीयों को जीत मिली।

 

VALUE EDUCATION OLYMPIAD


 CLICK HERE TO REGISTER - CLICK HERE

( FOR CLASS V - XII ) 

Value Education Olympiad is an initiative by ISKCON Punjabi Bagh . They have been conducting Value Education Olympiad (VEO) while imbibing the values from Bhagavad Gita from the last 10 years across India. This has seen participation from over 8 lakh students. Through this Olympiad they envisage to empower each student with strong value systems that would guide them in decision making and using their knowledge and skills for betterment of society. This year considering the environmental challenges, their theme this year is based on environment. Values not only shape our personal lives but also impact our environment and people around us. Join with us to save environment for our future generations.


Register Now

  • 19th August,2022 : Registrations for VEO-2022 opens
  •  
  • 30th September,2022: Registration closes
  •  
  • 9th Oct, 9am-10th Oct,9am: Mock Exam (Student can give mock exam of 1 hour any time in this time frame)
  •  
  • 16th Oct, 9am -17th Oct, 9am: Olympiad Exam (1hr duration anytime in this time frame)
  •  
  • Online Felicitation Program : Dates will be announced soon

Instructions of the Value Education Olympiad

  • Students to register for the program through the website.
  • Students after registering will get the online student kit.
  • After registering, students will be able to attend the online video sessions.
  • Students will have to give practical solutions to environmental concerns.
  • Students will send their write up with photographs of what has he ideated/implemented/worked on any ecological concern.
  • The student will get their roll number for the Value Education Olympiad.
  • The student will give the olympiad on online portal.
  • Announcement of all India toppers on the portal.
  • Felicitation Programme.

Thursday, September 29, 2022

Current affairs 29 सितंबर

 29 September 2022 | #Current_Affairs


1. पीएम मोदी ने किस शहर बॉश इंडिया के ‘स्मार्ट’ परिसर का उद्घाटन किया हैं?- बैंगलोर
In which city has PM Modi inaugurated the ‘Smart’ campus of Bosch India? – Bangalore

2. किस भारतीय शहर में आईडीएफ वल्र्ड डेयरी समिट 2022 आयोजित किया जाएगा?- नई दिल्ली
In which Indian city will the IDF World Dairy Summit 2022 be held?- New Delhi

3. नाटो का 32वां शिखर सम्मेलन 2022 कहां आयोजित किया गया हैं?- मैड्रिड, स्पेन
Where is the 32nd NATO summit 2022 held? – Madrid, Spain

4. किस केंद्रीय मंत्री द्वारा भारत के पहले पशु स्वास्थ्य शिखर सम्मेलन का किया उद्घाटन किया गया हैं?- पुरुषोत्तम रूपला
Which Union Minister has inaugurated India’s first Animal Health Summit? – Purushottam Rupala

5. केंद्रीय आयुष मंत्रालय ने किस शहर में 8वें अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस का आयोजन किया हैं?- मैसूर
In which city has the Union Ministry of AYUSH organized the 8th International Yoga Day? – Mysore

6. किस राज्य में ‘ऑपरेशन मुक्ति’ शुरू किया गया हैं?- उत्तराखंड
In which state ‘Operation Mukti’ has been started? – Uttarakhand

7. हाल ही में किसके द्वारा ऑपरेशन ‘नार्कोस’ चलाया गया हैं?- रेलवे सुरक्षा बल
Recently by whom operation ‘Narcos’ has been run? – Railway Protection Force

8. यात्रियों की सुरक्षा बढ़ाने के लिए रेलवे सुरक्षा बल ने किस ऑपरेशन को संचालित किया हैं?- ऑपरेशन यात्री सुरक्षा
Which operation has been conducted by Railway Protection Force to increase the safety of passengers? – Operation Passenger Safety

9. किसके द्वारा ‘पुनित सागर अभियान’ चलाया गया?- एनसीसी
By whom was the ‘Punit Sagar Abhiyan’ launched? – NCC

10. किस राज्य सरकार ने निमोनिया के कारण शिशु मृत्यु दर में कमी लाने के उद्देश्य से ‘साँस’ अभियान शुरू किया हैं?- कर्नाटक
Which state government has launched ‘Saans’ campaign with an aim to reduce infant mortality due to pneumonia? – Karnataka

11. हाल ही में किस राज्य ने ‘चिराग’ योजना शुरू की है?- हरियणा
Which state has recently started ‘Chirag' scheme? – Haryana

12. किस राज्य सरकार ने ‘मुख्यमंत्री सारथी योजना शुरू करने की घोषणा की हैं?- झारखंड
Which state government has announced the launch of ‘Mukhyamantri Sarathi Yojana’? – Jharkhand

13. किस राज्य सरकार ने सिंगल यूज प्लास्टिक बाय बैक योजना शुरू करने की घोषणा की हैं?- हिमाचल प्रदेश
Which state government has announced to launch single use plastic buy back scheme? – Himachal Pradesh

14. वाहन ट्रैकिंग शुरू करने वाला देश का पहला राज्य कौन सा बन गया हैं?- हिमाचल प्रदेश
Which has become the first state in the country to start vehicle tracking? – Himachal Pradesh

15. टेलीग्राम का सबसे अच्छा कंटेंट देने वाला चैनल प्रतियोगिता दर्पण है।
The best content giving channel of Telegram is Pratiyogita Darpan.

16. किस भारतीय राज्य ने ‘नारी को नमन’ नाम से एक नई योजना शुरू की है?- हिमाचल प्रदेश
Which Indian state has launched a new scheme named ‘Nari Ko Naman’? – Himachal Pradesh

17. प्रणय वर्मा को किस देश में भारत के नये राजदूत के रूप में नियुक्त किया गया हैं?- बांग्लादेश
Pranay Verma has been appointed as the new Ambassador of India to which country? – Bangladesh

18. किसे नई वैश्विक शांति राजदूत 2022 के रूप में चुना गया है?- बबीता सिंह
Who has been chosen as the new Global Peace Ambassador 2022? – Babita Singh

19. किस भारतीय वैज्ञानिक को डीआरडीओ का अध्यक्ष नियुक्त किया गया है?- समीर वी कामत
Which Indian scientist has been appointed as the Chairman of DRDO? – Sameer V Kamat

20. किसे भारतीय प्रेस परिषद् का अध्यक्ष बनाया गया हैं?- रंजना प्रकाश देसाई
Who has been made the President of the Press Council of India? – Ranjana Prakash Desai

21. किसे अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष के अगले कार्यकारी निदेशक नियुक्त किया गया हैं?- कृष्णमूर्ति सुब्रमण्यम
Who has been appointed as the next Executive Director of International Monetary Fund? – Krishnamurthy Subramaniam

 

GREEN YOUR SCHOOL PROGRAMME

LAST DATE OF REGISTRATION AND SUBMISSION - 05.10.2022
CLICK HERE FOR REGISTRATION 

The IGBC Green Your School Programme is an annual contest for government and private schools across India, on coming up with ideas to convert their existing school building into a green one! Under the programme, we encourage schools to brainstorm and share with us their green ideas on making their school campus more environment-friendly. The top-3 schools with the most innovative ideas on sustainability are awarded the grant for implementation each year and are certified as a Green School.


Monday, September 26, 2022

 

TRAINING ON VIRTUAL LABS ( NCERT )

Online Training on
“ Virtual Labs for Teaching, Learning and Assessment”
Organised by CIET-NCERT


Step 1: Registration : Register yourself by clicking the link 
 

Step 2: Watch live training sessions: Watch live training sessions: Participants have to attend training sessions, which will be live-streamed on NCERT Official YouTube channel-  from 26-30 September, 2022 at 4:00- 5:00 pm (Monday to Friday).


Step: 3 Participation in Post-Session Activity and Certification: Participate in the post session quiz, score 70% & above to get a certificate.

Post-Session Quiz Link- (Link will be updated on September 30, 2022.)


Opening Date - September 30, 2022 at 6:00 pm

Closing Date -October 23, 2022 at 6:00 pm


Participants are allowed to attempt the quiz only once and those scoring 70% and above in the quiz will receive a certificate of participation in their registered mail ID within 30 days of taking the post session quiz


Step 4: Submit Your Feedback: Submit your feedback using the link

CLICK HERE

This feedback form is intended to know your experiences, learning, and suggestions regarding the online training on“Virtual Labs for Teaching, Learning and Assessment” organised by CIET-NCERT.

Sunday, September 25, 2022


 

Educational Blog XII Science

 EDUCATIONAL BLOG

Class XII ( SCIENCE )

CLICK HERE

With the help of this educational blog created by K.V No. 2 , Jaipur, We will get Power Point Presentations, Videos, Pdfs, E content, Learning and Teaching Material from class 1 - 12 .

प्रशस्त ऐप

 

PRASHAST APP

An app - PRASHAST App was launched by CIET - NCERT during Shikshak Parv on 6th September, 2022. 
All the stakeholders in the field of Education can download this app.

Download App - CLICK HERE

The Launch video can be accessed from the link  - CLICK HERE
 
PRASHAST Flipbook  - CLICK HERE

Saturday, September 24, 2022

POSITIVE DIGITAL FOOTPRINTS IN SCHOOL EDUCATION

 

CYBER SAFETY FOR TEACHERS - CLICK HERE


E-HANDBOOK FOR CHILDREN 

( DIGITAL SAFETY ) - CLICK HERE


CONCEPT NOTE 

( DIGITAL FOOTPRINT )  CLICK HERE


TIPS ON DIGITAL FOOTPRINTING - 

CLICK HERE


CYBER SAFETY AND SECURITY BROCHURE 

( IN ENGLISH ) - CLICK HERE


CYBER SAFETY POCKET BOOK - CLICK HERE

Friday, September 23, 2022

देश का उत्सव प्रतिज्ञा


 LET`S TAKE DESH KA UTSAV PLEDGE AND EARN A CERTIFICATE FROM MINSTRY OF TOURISM AND MYGOV PLATFORM.


TO TAKE PLEDGE - CLICK HERE

Tuesday, September 20, 2022

नहाते समय हमे पेशाब क्यों आती है?

 Why does urine come while bathing?


नहाते समय न चाहते हुए भी पेशाब आने की अवस्था को Peeing in the shower कहा जाता है। एक सर्वेक्षण के अनुसार 76 प्रतिशत लोगो को नहाते समय पेशाब करने की इच्छा होने लगती है। आपके मन में विचार आ रहा होगा कि यह कैसे बकवास विषय पर चर्चा हो रही है? क्या आप के साथ तो ऐसा नही होता है? चलिए इस विषय भी बात कर लेते है।

इस विषय को पढ़ते समय ज्यादातर लोग अपनी नाक सिकोड़ेंगे, लेकिन वास्तविकता में आप भी कई बार ऐसा करते हैं। आप मानें या ना मानें लेकिन ज्यादातर लोग नहाते समय बाथरूम में पेशाब करना पसंद करते हैं। या नही करते तो भी उनको पेशाब करने का मन तो होता ही होगा। ऐसा होने के पीछे भी एक महत्वपूर्ण शारीरिक (Physiological) कारण है। नहाते समय जब हमारा शरीर ठंडे पानी के संपर्क में आता है तब शरीर का तापमान गिरने से शरीर थोडा सा सिकुड़ जाता है। शरीर की सिकुडन के कारण कुछ अंग जैसे मूत्राशय (Urinary Bladder) पर दबाव पडता है परिणामस्वरूप हमारा मूत्र तंत्र सक्रिय हो जाता है। इस कारण से हमारी मूत्र त्यागने की इच्छा प्रबल हो जाती है। ऐसे में कुछ लोग आलस के कारण कहीं और जाकर पेशाब करने की बजाय नहाते वक्त बाथरूम में ही पेशाब करना पसंद करते हैं। यह भी हो सकता है हम हमारे संस्कार के कारण या तो मूत्र त्याग की इच्छा को रोक लेते है या टॉयलेट में जाकर पेशाब करते है। लेकिन कुछ लोग स्विमिंग पूल, नदी, तालाब या बाथरूम में शावर में नहाते समय पेशाब कर देते है। अमेरिका, ब्रिटेन तथा कनाडा सहित कुछ देशों में स्विमिंग पूल में लोगों द्वारा पेशाब कर देने की समस्या से निपटने के लिए स्विमिंग पूल के पानी में मूत्र सूचक पदार्थ (Urine Indicator Dye) डाली जाती है ताकि पानी में पेशाब करने वालों की पहचान की जा सके। कनाडा में लोगों को स्विमिंग पूल में नहाने के बाद आँखों में जलन तथा त्वचा में संक्रमण की समस्या को समझने के लिए किये गए सर्वेक्षण में दो शहरों के 31 स्वमिंग पूल के पानी से लिए गये 250 नमूनों के 8 लाख 30 हजार लीटर पानी में लगभग 75 लीटर मूत्र की मात्रा पायी गयी। आप भी अब से स्विमिंग पूल में नहाते समय सावधान रहिये, विशेषकर स्विमिंग पूल के पानी को मुहं में भूलकर भी मत लीजिये।

Monday, September 19, 2022

थांदला नवोदय विद्यालय में हैंड वाश डे मनाया गया

 हैंड वॉश डे 



थांदला,  हाथ धोएंगे तो बीमारियों से दूर रहेंगे। लोगों को हाथ धोने के फायदों के प्रति जागरूक करने के मकसद से  हैंड वॉशिंग डे की शुरुआत विश्व में 2008 में की गई थी। हर साल नवोदय विद्यालय में हैंड वाश डे मनाया गया। प्राचार्या भावना शेल्के ने बताया कि  अगर आप अपने हाथों को साफ रखेंगे तो आप तंदुरुस्त रहेंगे। खाना खाने से पहले, खाना खाने के बाद और किसी को खाना खिलाने से पहले हाथ जरूर वॉश करें। तभी आप और आपका परिवार बीमारियों से महफूज रह सकता है। प्राचार्य मैडम ने विद्यालय की छात्र, छात्राओ के साथ मिलकर खुद हाथ धोने के सभी स्टेप्स को करके बताया है। छात्राओं में मुख्य रूप से कक्षा 7वी सावित्री, प्रियांशी,निशा,कला,शिवानी,  श्रेया ने प्रतिभाग किया

 कोरोनाकाल में हाथ वॉश करने की अहमियत और ज्यादा बढ़ गई है। विद्यालय स्टाफ नर्स टिंटू जोसेफ ने बताया कि अगर आप को तंदुरुस्त रहना है, तो बार-बार हाथ धोएं। आप जानते हैं कि हैंड वॉश करके श्वसन और आंतों के रोगों को 25-50 फीसदी तक कम किया जा सकता है।

शिक्षक चौरसिया ने भी बताया की इस दिन को मानने का मकसद है कि साबुन से  लोगों को हाथ धोने के फायदों के प्रति जागरूक करना है। बाल मृत्यु दर, सांस से संबंधित बीमारियां और डायरिया पर कंट्रोल करने के लिए इस अभियान की शुरुआत की गई थी। साबुन से हाथ वॉश करना एक आसान काम है, जिसके जरिए सांस से संबंधित रोगों से होने वाली मृत्यु का आंकड़ा 25% तक कम किया जा सकता है। जबकि डायरिया से होने वाली मौत में 50% तक की कटौती की जा सकती है। दुनियाभर में 60% से ज्यादा स्वास्थ्य कार्यकर्ता हाथ धोने के नियमों का पालन नहीं करते


Sunday, September 18, 2022

कौशल भारत प्रश्नोत्तरी: 2.0

कौशल भारत प्रश्नोत्तरी: 2.0



कौशल विकास और उद्यमिता मंत्रालय, भारत सरकार विश्वकर्मा दिवस पर, जो 17 सितंबर को था,  वर्ष 2047 तक पीएम मोदी के 'विशिष्ट भारत' के दृष्टिकोण को प्राप्त करने के लिए, कौशल एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। कौशल विकास और उद्यमिता मंत्रालय भारत में कार्यबल को कुशल बनाने और न केवल देश में बल्कि अंतरराष्ट्रीय बाजारों में भी कुशल कार्यबल की मांग पैदा करने की दिशा में बड़े पैमाने पर कदम उठा रहा है। इस अवसर पर, कौशल विकास और उद्यमिता मंत्रालय (MSDE) ने भारत सरकार द्वारा विभिन्न कौशल पहलों के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए एक ऑनलाइन प्रश्नोत्तरी "कौशल भारत प्रश्नोत्तरी: 2.0" शुरू करने के लिए कमर कस ली है। तो आगे आएं और विशेष क्विज खेलें।

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हिंदी पखवाड़ा (14 सितंबर से 28 सितम्बर)

 हिन्दी दिवस

हमारे देश में हर साल हिन्दी भाषा के महत्व के प्रति लोगों को जागरूक करने के उद्देश्य से 14 सितंबर को हिन्दी दिवस के रुप में मनाया जाता है। हिन्दी भाषा, भारतीय संस्कृति एवं संस्कारों को प्रदर्शित करती है, इसके साथ ही यह हर हिन्दुस्तानी की दिल की धड़कन है।

यह भाषा हमारे देश की राष्ट्रीय एकता का भी प्रतीक मानी जाती है, क्योंकि हमारे देश में कई अलग-अलग पंथ, जाति और लिंग के लोग रहते हैं, जिनके खान-पान, पहनावा, रहन-सहन, एवं बोली आदि में काफी अंतर है, लेकिन फिर भी ज्यादातर लोगों द्धारा देश में हिन्दी भाषा की बोली जाती है।

इस तरह हिन्दी भाषा हम सभी हिन्दुस्तानियों को एक-दूसरे से जोड़ने का काम करती है। हिन्दी साहित्य, विश्व के सबसे समृद्ध और प्राचीन साहित्यों में से एक है। वहीं हिन्दी भाषा की गरिमा और इसके महत्व को बड़े-बड़े साहित्यकारों ने कविताओं एवं अपनी रचनाओं आदि के माध्यम से बताया है। इस भाषा के प्रति सम्मान व्यक्त करने के लिए हर साल हिन्दी दिवस मनाया जाता है।

हिन्दी दिवस मनाने के मुख्य उद्देश्य

1. हिन्दी के प्रति लोगों में जागरूकता पैदा करना।

2. अपनी राष्ट्रभाषा के प्रति सम्मान की भावना पैदा करना।

3. आज की युवा पीढ़ी को हिन्दी के महत्व को समझाना।

4. अपनी मातृभाषा की रक्षा और उसका विकास करना।

5. हिन्दी की तरफ लोगों का ध्यान आर्कषित करना।

6. हिन्दी भाषा को उचित दर्जा दिलवाना।

7. हिन्दुस्तान की शान है हिन्दी

हिन्दी, हम सभी हिन्दुस्तानियों की पहचान है। यह भाषा हिन्दुस्तान की शान, मान और अभिमान है। हर हिन्दुस्तानी इस भाषा को गर्व के साथ बोलता है। हिन्दी एक ऐसी भाषा है, जो बाकी सभी भाषाओं को अपने साथ लेकर चलती है। यह भाषा, सभी भाषाओं का समावेश है। हिन्दी भाषा ने, न सिर्फ अंग्रेजी को बल्कि, फारसी और उर्दू को भी बड़ी ही आत्मीयता से अपनाया है। वहीं यह बेहद सरल और सहज भाषा है, जिसके माध्यम से हर हिन्दुस्तानी अपनी बात को भावनात्मक तरीके से व्यक्त कर पाता है।

इसलिए हिन्दी को हिन्दुस्तान की राष्ट्रभाषा एवं मातृभाषा का दर्जा दिया गया है। यह भाषा हमारे देश का गौरव है, जिसने विश्व स्तर पर में हम सभी भारतवासियों को एक नई पहचान दिलवाई है। यह भाषा, सार्वधिक बोली जाने वाली पूरे विश्व की तृतीय भाषा है ।

हिंदुस्तान की पहचान है हिंदी,

हमारे पुरखों का स्वाभिमान है हिंदी,

हम सारे ज़माने की बात नही करते,

हर व्यक्ति की स्वास का नाम है हिंदी।

आजकल के अभिभावक भी अपने बच्चों के सफल करियर और अंग्रेजी भाषा की बढ़ती जरूरत के चलते अपने बच्चों का दाखिला भी इंग्लिश मीडियम स्कूलों में करवा रहे हैं और इंग्लिश को ही तवज्जो दे रहे हैं, जिसके चलते हिन्दी का प्रचलन कम होता जा रहा है। इसलिए, अपनी राष्ट्र भाषा हिन्दी के महत्व को समझाने और इसके प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए 14 सितंबर को हिन्दी दिवस मनाया जाता है।

जब विनाश के ज़िम्मेदार हम है तो विकास के भी होंगे,

हिंदी को बचाएंगे भी और देश का गौरव बढ़ाएंगे भी।

आजकल अंग्रेजी भाषा की बढ़ती जरूरत के चलते हिन्दी भाषा की तरफ कम ध्यान दिया जा रहा है। इसलिए गुम हो रही हिन्दी को बचाने के लिए हम सभी हिन्दुस्तानी मिलकर हिन्दी दिवस को मनाते हैं। हिन्दी दिवस मनाने का उद्देश्य सच्चे अर्थों में तभी सार्थक होगा, जब हम सभी भारतीय हिन्दी भाषा का सम्मान करेंगे एवं इसकी रक्षा करने का संकल्प लेंगे तभी हमारा देश विकसित देशों में शामिल हो सकेगा और सही तरीके से विकास कर सकेगा, क्योंकि किसी भी देश की राष्ट्रभाषा उस देश के विकास का महत्वपूर्ण आधार मानी जाती है।

Saturday, September 17, 2022

GATEWAY OF EXCELLENCE: JNV THANDLA JHABUA -2

कक्षा 9 वी में प्रवेश हेतु ऑनलाइन आवेदन करे

 JAWAHAR NAVODAYA VIDYALAYA, THANDLA JHABUA -2 


नवोदय विद्यालय में कक्षा 9 में प्रवेश हेतु ऑनलाइन आवेदन शुरू 2023- 24 सत्र के लिए

आवेदन की अंतिम तिथि -15 अक्टूबर 2022

https://www.nvsadmissionclassnine.in

Please Apply for admission of your Ward for getting Quality Education

मंच पर कविता पाठ कर बच्चों ने बढ़ाया आत्मविश्वास और हिंदी पखवाड़ा मनाया

 मंच पर कविता पाठ कर बच्चों ने बढ़ाया आत्मविश्वास और हिंदी पखवाड़ा मनाया -














थांदला जवाहर नवोदय विद्यालय में हिंदी पखवाड़ा के अंतर्गत विद्यार्थियों में संचार कौशल और आत्मविश्वास विकसित करने के उद्देश्य से विद्यालय प्रांगण में इंटर हाउस काव्य पाठ प्रतियोगिता करवाई गई। इसमें स्कूल परिसर अरावली,नीलगिरी,शिवालिक, उदयगिरी,बालिका सदन जी 1 , जी 2, और जी 3 सदन के लगभग 55 छात्र और छात्राओं ने स्वरचित विभिन्न कविताओं का सुंदर पाठ कर सभी श्रोताओं का मन मोह लिया । प्रतियोगिता के सब-जूनियर स्तर पर 6वी से 12वीं कक्षा तक के विद्यार्थियों ने सस्वर कविता पाठ किया।

कार्यक्रम का शुभारंभ विद्यालय की प्राचार्या भावना शेल्के ने किया। विद्यार्थियों ने काव्य पाठ प्रस्तुत कर खूब तालियां बटोरीं।

निर्णायक मंडल के रूप में संजय कुमार, पीजीटी इतिहास , संजना बौद्ध और संतोष कुमार चौरसिया पीजीटी रसायन विज्ञान शामिल रहे। स्कूल की प्रधानाचार्या भावना शेल्के ने सभी का स्वागत करते कहा कि नवोदय विद्यालय अपने नाम के अनुरूप सभी को एक साथ लेकर ऐसे आयोजन कर रहा है, जो छात्रों को अपनी क्षमता प्रदर्शित करने के लिए एक मंच प्रदान करते हैं। हिंदी विभाग की तरफ से मनीषा शास्त्री, शिव शंकर गौड़ और गोपाल पाटीदार ने पूरी व्यवस्था को देखा और कार्यक्रम का संचालन कक्षा 8वी के छात्र जय नमन ने किया।

Friday, September 16, 2022

नवोदय थांदला में हिंदी पखवाड़ा के अंतर्गत उच्चतर शिक्षा में पढ़ाई का माध्यम हिन्दी विषय पर विचार गोष्ठी आयोजित -

 हिंदी पखवाड़ा के अंतर्गत उच्चतर शिक्षा में पढ़ाई का  माध्यम हिन्दी  विषय पर विचार गोष्ठी आयोजित -



















 जवाहर नवोदय विद्यालय थांदला के प्रागंण में हिंदी दिवस के उपलक्ष्य में  उच्चतर शिक्षा में पढ़ाई का  माध्यम हिन्दी  विषय पर विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया, जिसमे विद्यालय के अरावली,नीलगिरी ,शिवालिक और उदयगीरी  सदन के लगभग 50 बच्चो ने शिक्षा का माध्यम हिन्दी हो या दूसरी भाषा हो के पक्ष और विपक्ष पर अपने विचार प्रस्तुत किए। इस कार्यक्रम में छात्र अथर्व जायसवाल, जय नमन, तेजस,पूजा, आयुष देवल, दिव्यत्ता देवराज ,यश भरपोड़ा, ध्रुव पाटीदार,आदित्य गौड़, महक नायक, हितेषी नायक ने अपने  विचार प्रमुखता से रखे जिनके बातों से निम्न निष्कर्ष निकले की अंग्रेजी माध्यम में शिक्षा के अपने कुछ फायदे है और कुछ नुकसान। यही बात अन्य भारतीय भाषाओं पर भी लागू होती है। ऐसी स्थिति में हमें देखना चाहिए कि किसके नुकसान कम हैं और फायदे ज्यादा। साथ ही हमारी अपेक्षाओं की पूर्ति किस माध्यम से पूरी होंगी। शिक्षा का जो माध्यम हमारी सोच, हमारे समाज के आदर्श और हमारी जरूरतों के अनुरूप हो उसे ही अपनाना चाहिए।

  इस आधार पर विदेशी भाषा के मुकाबले अपनी मातृभाषा में शिक्षा ग्रहण करना अधिक लाभदायक और उचित है। शिक्षा का एक अहम् उद्देश्य है मानव में नैतिक मूल्य का बीजारोपण करना। चूंकि नैतिक मूल्य संस्कृति से आते हैं, और संस्कृति का सर्वाधिक महत्वपूर्ण वाहन उस संस्कृति की भाषा  है। इसलिए जिस संस्कृति को हम बच्चों के लिए उचित मानते हैं उस संस्कृति को सम्पूर्णता से व्यक्त करने वाली भाषा ही शिक्षा का माध्यम होनी चाहिए। अंग्रेजी शिक्षा से पाश्चात्य संस्कृति बच्चों में पनपेगी और भारतीय भाषाओं में दी गई शिक्षा से भारतीय संस्कृति बच्चों पर अपना असर डालेगी। विद्यालय प्राचार्या भावना शेल्के ने बताया कि 

पाश्चात्य संस्कृति से भारतीय संस्कृति लाख गुना बेहतर है क्योंकि पाश्चात्य संस्कृति  सुख का भ्रम देती है और भारतीय संस्कृति सच्चा सुख देती है। लेकिन दुर्भाग्य की बात है कि हम ऐसी श्रेष्ठ संस्कृति खो रहे हैं क्योंकि हम उस संस्कृति के वाहक अपनी मातृभाषाओं को छोड़ कर भोगवादी भाषा अंग्रेजी अपना रहे हैं। इस कार्यक्रम का सफल आयोजन हिंदी विभाग प्रमुख मनीषा शास्त्री , शिव शंकर गौड़ और गोपाल पाटीदार द्वारा किया गया तथा धन्यवाद ज्ञापन संतोष कुमार चौरसिया द्वारा किया गया।

चीता और तेंदुआ में क्या अंतर होता है?



चीता की विशेषताएं 

  • चीता की लघु चर्म पर काले रंग के मोटे धब्बे होते है ।
  • चीता का वजन 36 से 65 kg तक हो सकता है चीते की कमर तेंदुए और जगुआर से पतली होती है ।
  • चीता सुबह के समय शिकार करता है या फिर शाम को यह ऐसा समय होता है जबकि न तो ज्यादा गर्मी होती है और नाही अधिक अँधेरा होता है ।
  • चीता अपने पहले हमले में शिकार को नहीं पकड़ पाता तो उसे छोड़ देता है और यही कारण है की चीता के शिकार करने की औसतन सफलता 50% है।
  • चीता इस पृथ्वी का सबसे तेज दोडने वाला प्राणी है। ( speed 100 से 112 km /hr )
  • चीता अपने शिकार को पीछा करते समय मारता है, फिर उसके बाद शिकार के गले पर प्रहार करता है, ताकि उसका दम घुट जाए, चीता के लिए चार पैरों वाले जानवरों का गला घोंटना आसान नहीं होता। इस दुविधा से पार करने के लिए ही वो इनके गले के श्वासनली में पंजो और दांतो से हमला करता है। जिसके चलते शिकार कमज़ोर पड़ता जाता है, इसके बाद चीता परभक्षी द्वारा उसके शिकार को ले जाने से पहले ही जितना जल्दी संभव हो अपने शिकार को निगलने में देर नहीं करता ।
  • शिकार का पीछा करते समय, चीता के शरीर का तापमान 105 डिग्री फ़ारेनहाइट या 41 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच जाता है। चीता सबसे तेज दोड सकता है पर लम्बी दुरी तक नहीं दोड सकता ।
  • चीता 100 km/hr की गति से 100m तक ही तेजीसे दोड सकता हे और 80 km/hr की गति से 500 मीटर दोड पाता है ।

तेंदुआ की विशेषताएं 




  • तेन्दुए अधिकांशतः पीली चमड़ी के होते हैं जिसपर गहरे रंग के धब्बे होते हैं।
  • तेंदुए 88 km/hr की गति से दोड सकते है ।
  • तेंदुए का वजन 36 से 75 kg तक होता है।
  • तेंदुए पुरे रूप सर काले भी हो सकते है।
  • तेंदुए रात में ज्यादातर समय सोने के बजाय शिकार करने में बिताते है ।
  • तेंदुए इन्सान से गुना ज्यादा अच्छी तरह से किसीं आवाज को सुन सकता है ।
  • तेंदुओं के पास बहुत मजबूत और ग्रिप्पिंग पंजे होते हैं जिसकी वजह से वे एक सीधी चट्टान पर भी आसानी से चढ़ सकता है ।

विश्व ओजोन दिवस




 विश्व ओजोन दिवस

संयुक्त राष्ट्र महासभा ने 16 सितंबर 1994 को ओजोन परत के संरक्षण के लिए अंतर्राष्ट्रीय दिवस घोषित किया, 1987 में, ओजोन परत को नष्ट करने वाले पदार्थों पर मॉन्ट्रियल प्रोटोकॉल (संकल्प 49/114) पर हस्ताक्षर करने की तारीख की याद में ओजोन परत के संरक्षण के लिए 2022 अंतर्राष्ट्रीय दिवस का विषय मॉन्ट्रियल प्रोटोकॉल @ 35 है- पृथ्वी पर जीवन की रक्षा करने वाला वैश्विक सहयोग हमारी धरती में मौजूद ओजोन गैस एक खतरनाक प्रदूषक हैं जो सांस लेने की प्रक्रिया में असर करता है जिससे अस्थमा या फेफड़ों के मरीजों पर गंभीर प्रभाव पड़ता है। मगर यही ओजोन हमारे वायुमंडल में रहकर सूरज से निकलने वाली खतरनाक अल्ट्रा वायलेट किरणों से हमें बचाता भी है।


*ओजोन लेयर क्या है*

ओजोन की खोज 1957 में ऑक्स रौर्ड यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर गॉर्डन डॉबसन ने की ओजोन ऑक्सीजन के तीन एटम से बनता है (03)7 हमारे वायुमंडल में स्ट्रेटोस्फियर के निचले हिस्से में (धरती से करीब 15 -35 किलोमीटर) यह भारी मात्रा में मौजूद है जब अल्ट्रा वायलेट रेज़ वायुमंडल में ऑक्सीजन से रियेक्ट करती है तो ओजोन का कण तैयार होता है रखता है। फिर यही ओजोन कण दूसरे ऑक्सीजन एटम से मिलकर ऑक्सीजन बनाता है, यह प्रक्रिया जहाँ चलती है उस सतह को ओजोन लेयर कहते हैं? इससे सूरज से निकली अल्ट्रा वायलेट रेज का प्रभाव धरता में आने से पहले कम हो जाता है।वायुमंडल में ओजोन लेयर के कम होने से पर्यावरण में इसका गंभीर परिणाम होता है। इससे प्लॅकटन जैसे सूक्ष्म जीव जीवित नहीं रह पाते जो पूरी फूड चेन को प्रभावित करती है। इससे ग्लोबल वार्मिंग जैसी समस्या में भी इजाफा होता है। ओजोन लेयर में रिक्त स्थान होने से अल्ट्रा वायलेट रेज धरती में पहुंचती हैं जो स्किन कैंसर स्किन बर्न, स्त्रो ब्लाइंडनेस, जैसी बीमारियों का कारण बनता है।


*ओजोन परत में छिद्र का कारण*

ओजोन लेयर में छिद्र का मुख्य कारण मानव गतिविधि मुख्य रूप से मानव निर्मित वो रसायन हैं। जिसमे क्लोरीन या ब्रोमिन होता है। एक क्लोरीन का कर्ण कई ओजोन कर्णों को नष्ट करने की क्षमता मुख्य ओजोन परत को नष्ट करने वाले पदार्थ जैसे क्लोरोफ्लोरोकार्बोन, कार्बोनटेट्राक्लोराइड उनमें क्लोरीन जैसे कण ही होते हैं। हम भी पेड़ लगाकर अच्छी रखरखाव से गाड़ियों से होने वाला प्रदुषण कम करके, प्लास्टिक या टायर ना जलाकर, पर्यावरण के अनुकूल वाला फर्टिलाईजर के इस्तेमाल से ओजोन परत को बचाने में अपना योगदान दे सकते हैं।

*ओजोन की सुरक्षा के उपाय*


1-जरूरत है वाहनों में धुंआ उत्सर्जन रोकने की। 

2-रबर और प्लास्टिक के टायर को जलाने पर रोक लगाना है जरूरी 3-ज्यादा से ज्यादा पौधों का रोपण जरूर करें.

4- पर्यावरण को नुकसान नहीं पहुंचाने वाले उर्वरक का प्रयोग करें. 5-ओजोन के बिना पृथ्वी एक छत के बिना घर की तरह है!

 ओजोन परत बचाओ। 

हरित हो जाओ, प्रतिभाशाली बनो, लम्बे खड़े हो जाओ और ओजोन परत की सिलाई करो। ओजोन सिर्फ एक परत नहीं बल्कि एक रक्षक है।

Thursday, September 15, 2022

नवोदय विद्यालय थांदला में पोषण माह के अंतर्गत दातों की सफाई पर बच्चों को जागरूक किया गया






 पोषण अभियान (राष्ट्रीय पोषण मिशन) - 8 मार्च, 2018 को माननीय प्रधान मंत्री द्वारा समग्र पोषण के लिए प्रधान मंत्री की व्यापक योजना शुरू की गई थी। यह कार्यक्रम बच्चों में स्टंटिंग, अल्प पोषण, बच्चों में जन्म के समय कम वजन और एनीमिया के स्तर को कम करने का प्रयास करता है। किशोरियों, गर्भवती महिलाओं, स्तनपान कराने वाली माताओं के साथ-साथ बच्चों के लिए "पोषण माह" सितंबर, 2022 के महीने के दौरान मनाया जा रहा है। जन आंदोलन और सामुदायिक जुड़ाव पोषण अभियान के प्रभावी कार्यान्वयन के लिए आवश्यक घटक हैं ,यह जानकारी विद्यालय की प्राचार्या भावना शेल्के ने बच्चो को बताया । पोषण माह  जागरूकता के लिए नवोदय विद्यालय थांदला में शिक्षक सन्तोष कुमार चौरसिया द्वारा बच्चो को उनके दातों को कैसे स्वस्थ रखे के लिए कार्यशाला आयोजित की, साथ ही साथ उन्हें भोजन और पोषण, स्वस्थ खान-पान, संतुलित आहार, हाथ धोने का महत्व, बाजरा का उपयोग आदि के बारे में बताया गया।

Wednesday, September 14, 2022

स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण फेस- 2 प्रश्नोत्तरी


नवोदय विद्यालय थांदला की प्रबंध समिति की बैठक संपन्न


 जवाहर नवोदय विद्यालय थांदला की विद्यालय प्रबंधन समिति की बैठक संपन्न ।

 स्थानीय नवोदय विद्यालय थांदला की विद्यालय प्रबंधन समिति की बैठक जिला कलेक्टर सोमेश मिश्रा, अध्यक्ष- विद्यालय प्रबंधन समिति की अध्यक्षता में कलेक्टरेट ऑफिस में सफलता पूर्वक संपन्न हुई। बैठक में जनवि प्राचार्या भावना शेल्के द्वारा सर्वप्रथम सभी समिति सदस्यों का स्वागत किया गया और तत्पश्चात विद्यालय की उपलब्धियों और चुनौतियों के बारे में विस्तृत जानकारी दी गई। जिलाधीश मिश्रा की अध्यक्षता में विभिन्न मुद्दों पर चर्चा हुई और समस्याओं को हल करने हेतु, व्यक्तिगत रूप से संबंधित विभाग प्रमुखो को निर्देश दिए गए। विद्यालय के पास स्थित, कचरा ग्राउंड की समस्या के संबंध में शीघ्रातिशीघ्र हल करने का अश्वासन दिया गया। जल संकट व वर्षा जल संरक्षण के मुद्दो पर कलेक्टर मिश्रा द्वारा तुरंत PHE विभाग से संपर्क पर निर्देश दिए गए। विद्यार्थियों स्वास्थ्य सुरक्षा के संबंध में मुख्य चिकित्सा अधिकारी को प्रति सप्ताह डॉक्टर की विजिट, सुनिश्चित करने हेतु आदेश निकालने की बात कही गई। इस तरह से सभी मुद्दों पर सार्थक विचार विमर्श हुआ इसी दौरान नवोदय विद्यालय के पालक प्रतिनिधि द्वारा कचरे की समस्या को शीघ्रातिशीघ्र हल करने की अपील की। इस मीटिंग में धन्यवाद ज्ञापन व और समस्त लोगो को पौधरोपण के लिए पौधे वितरण के साथ, विद्यालय प्रबंधन समिति की संपन्न हुई।

NCF 2005 प्रमुख बिन्दु

                             NCF 2005 प्रमुख बिन्दु -

NCF 2005 शिक्षा को बाल केंद्रित बनाने, रटंत प्रणाली से निजात पाने, परीक्षा में सुधार करने और जेंडर, जाति, धर्म आदि आधारों पर होने वाले भेदभाव को समाप्त करने की बात कही गई है। शोध आधारित दस्तावेज़ तैयार करने के लिए 21 राष्ट्रीय फोकस समूह बने जो विभिन्न विषयों पर केंद्रित थे। इसके नेतृत्व की जिम्मेदारी संबंधित क्षेत्र के विषय विशेषज्ञों को दी गई।

शिक्षा के लक्ष्य

1.एनसीएफ-2005 के अनुसार शिक्षा का लक्ष्य किसी बच्चे के स्कूली जीवन को उसके घर, आस-पड़ोस के जीवन से जोड़ना है। इसके लिए बच्चों को स्कूल में अपने वाह्य अनुभवों के बारे में बात करने का मौका देना चाहिए। उसे सुना जाना चाहिए। ताकि बच्चे को लगे कि शिक्षक उसकी बात को तवज्जो दे रहे हैं।

  1. शिक्षा का दूसरा प्रमुख लक्ष्य है आत्म-ज्ञान (Self-Knowledge)। यानि शिक्षा खुद को खोजने, खुद की सच्चाई को जानने की एक निरंतर प्रक्रिया बने। इसके लिए बच्चों को विभिन्न तरह के अनुभवों का अवसर देकर इस प्रक्रिया को सुगम बनाने की बात एनसीएफ में कही गई है।

  2. शिक्षा के तीसरे लक्ष्य के रूप में साध्य और साधन दोनों के सही होने वाले मुद्दे पर चर्चा की गई है। इसमें कहा गया कि मूल्य शिक्षा अलग से न होकर पूरी शिक्षा की पूरी प्रक्रिया में शामिल होनी चाहिए। तभी हम बच्चों के सामने सही उदाहरण पेश कर पाएंगे।

  3. सांस्कृतिक विविधता का सम्मान करने और जीवन जीने के अन्य तरीकों के प्रति भी सम्मान का भाव विकसित करने की बात करता है।

  4. वैयक्तिक अंतर के महत्व को स्वीकार करने की बात करता है। इसमें कहा गया है कि हर बच्चे की अपनी क्षमताएं और कौशल होते हैं। इसे स्कूल में व्यक्त करने का मौका देना चाहिए जैसे संगीत, कला, नाट्य, चित्रकला, साहित्य (किस्से कहानियां कहना), नृत्य एवं प्रकृति के प्रति अनुराग इत्यादि।

  5. ज्ञान के वस्तुनिष्ठ तरीके के साथ-साथ साहित्यिक एवं कलात्मक रचनात्मकता को भी मनुष्य के ज्ञानात्मक उपक्रम का एक हिस्सा माना गया है। यहां पर तर्क (वैज्ञानिक अन्वेषण) के साथ-साथ भावना (साहित्य) वाले पहलू को भी महत्व देने की बात कही गई है।

  6. इसमें कहा गया है, “शिक्षा को मुक्त करने वाली प्रक्रिया (Liberating process) के रूप में देखा जाना चाहिए अन्यथा अबतक जो कुछ भी कहा गया है वह अर्थहीन हो जाएगा। शिक्षा की प्रक्रिया को सभी तरह के शोषण और अन्याय  गरीबी, लिंग भेद, जाति तथा सांप्रदायिक झुकाव) से मुक्त होना पड़ेगा जो हमारे बच्चों को इस प्रक्रिया से वंचित करते हैं।

  7. आठवीं बिंदु स्कूल में पढ़ने-पढ़ाने के काम के लिए अच्छा माहौल बनाने की बात करता है। साथ ही ऐसा माहौल बनाने में बच्चों की भागीदारी सुनिश्चित करने की भी बात करता है। यानि शिक्षक खुद आगे न आकर बच्चों को नेतृत्व करने का मौका दें।

  8. नौवां बिंदु अपने देश के ऊपर गर्व की भावना विकसित करने की बात करता है। ताकि बच्चे देश से हरा जुड़ाव महसूस कर सकें। इसके साथ ही कहा गया है, “बच्चों में अपने राष्ट्र के प्रति गौरव की भावना संपूर्ण मानवता की महान उपलब्धियों के प्रति गौरव को पीछे न कर दे।”

                                                        FLASH CARD                                                        SCIENCE CHAPTER 1 ...