Thursday, May 25, 2023

 रास बिहारी बोस

● रास बिहारी बोस का जन्म 25 मई, 1886 को बंगाल प्रांत के सुबलदाहा गाँव में हुआ था।
● बोस ने गदर आंदोलन का नेतृत्‍व करने से लेकर भारतीय राष्ट्रीय सेना की स्थापना तक स्वतंत्रता संग्राम में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाई।
● रास बिहारी बोस 1789ई. की फ्रांसीसी क्रांति से अत्यधिक प्रभावित थे।
● वर्ष 1905 में बंगाल विभाजन और उसके बाद की घटनाओं ने रास बिहारी बोस को क्रांतिकारी गतिविधियों में शामिल होने के लिए प्रेरित किया।
● उन्होंने प्रख्यात क्रांतिकारी नेता जतिन बनर्जी के मार्गदर्शन में अपनी क्रांतिकारी गतिविधियों का संचालन किया।
● गदर आंदोलन में उन्होंने महत्त्वपूर्ण भूमिका तो निभाई किंतु यह अल्पकालिक थी, क्योंकि जल्द ही ब्रिटिश अधिकारियों के खिलाफ विद्रोह की उनकी योजना का खुलासा हो गया था, जिसने अंततः उन्हें जापान जाने के लिए मजबूर कर दिया, जहाँ उनकी क्रांतिकारी गतिविधियों का नया अध्याय उनकी प्रतीक्षा कर रहा था।
● उन्होंने एक जापानी महिला से शादी की और 1923 में जापान के नागरिक बन गए।
● द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान, बोस ने जापानी अधिकारियों को भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन का समर्थन करने के लिए राजी किया। उन्होंने विदेशों में भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन के लिए समर्थन जुटाने में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।
● उन्होंने ‘इंडियन इंडिपेंडेंस लीग’ की स्थापना की।
● वर्ष 1942 में जापान के टोक्यो में रास बिहारी बोस ने 'आज़ाद हिंद फौज' की स्थापना की। 'आज़ाद हिंद फौज' की स्थापना का उद्देश्य द्वितीय विश्वयुद्ध के दौरान अंग्रेज़ों के खिलाफ लड़ना था।
● जापान ने 'आज़ाद हिंद फौज' के गठन में सहयोग दिया तथा कालांतर में 'आज़ाद हिंद फौज' की कमान सुभाषचंद्र बोस के हाथों में सौंप दी गई।
● स्वतंत्रता संग्राम में उनकी महत्त्वपूर्ण भूमिका को देखते हुए जापान की सरकार ने उन्हें 'सेकंड ऑर्डर ऑफ मेरिट ऑफ द राइज़िंग सन' से सम्मानित किया था।
● बोस की 21 जनवरी, 1945 को 59 वर्ष की आयु में तपेदिक से मृत्यु हो गई।

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